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Thursday, 27 September 2012

नकारात्मक भावों को अपने दिल - दिमाग से निकाल बाहर फेंको....

कभी - कभी ऐसा होता है कि हमें मनचाहा लक्ष्य नहीं मिलता। इसकी क्या वजह है ? इसका कारण यह है कि हम जो नहीं चाहते हैं उसके बारे में ज्यादा सोचते हैं। आकर्षण का नियम एक तरह से जिन्न की तरह आज्ञाकारी भी है। वह हमें केवल वही देता है जो हम सोचते हैं। आकर्षण का नियम कहता है कि हर समय अच्छा ही सोचो क्योंकि आपके विचार ही कभी न कभी साकार होकर सामने आ खड़े होंगे। इसलिए जरूरी है कि नकारात्मक भावों को अपने दिल - दिमाग से निकाल बाहर फेंको....

बोलो गजानंद महाराज की जय.......

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