वो कहते हैं कि आदमी को बड़ा सपना देखना चाहिए, लेकिन यह नहीं बताते कि बड़ा सपना, सचमुच कितना बड़ा होना चाहिए। हम जैसी औकात के लोगों के लिए तो हर सपना एक बड़ा सपना होता है...
बनवारी रे ...जीने का सहारा तेरा नाम रे...
झूठी दुनिया झूठे बंधन, झूठी है ये माया....
बनवारी रे ...जीने का सहारा तेरा नाम रे...
झूठी दुनिया झूठे बंधन, झूठी है ये माया....
No comments:
Post a Comment