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Saturday, 24 November 2012

इंसान विविध प्रकार के हैं।

इंसान विविध प्रकार के हैं। अलग-अलग जाति, लिंग, धर्म, वर्ण यानी रूप-रंग के। आर्थिक-सामाजिक स्तर पर, पढ़ाई-लिखाई, सोच और व्यवहार के स्तर पर भी एक-दूसरे से जुदा। लेकिन कुछ तो है, जो सभी मनुष्यों को एक तार में जोड़ता है -वह है मानवीय सोच, संवेदना और समझदारी...

ॐ जय माता दी ॐ

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