मन बड़ा ही चंचल होता है यदि यह सकारात्मक दिशा की ओर से भागता है तो नकारात्मक दिशा की ओर भी आकर्षित होता है।सामान्य लोगों में बड़ी ही छोटी सी छोटी बात के लिए मन के पीछे भागने की प्रवृत्ति होती है। कितना भी समय और पैसे का अपव्यय क्यों न हो लोग अपने मन की कर ही डालते हैं। हमें अपने विवेक की लगाम से इसे नियंत्रित रखना है अन्यथा हम मन के अधीन होकर रह जायेंगे, जो हमारे व्यक्तित्व के सर्वागीण विकास में बाधक है.......
ॐ जय माता दी ॐ
ॐ जय माता दी ॐ
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