आज का पंचांग ....17 अगस्त 2012, शुक्रवार का पंचांग.....
शुभ विक्रम संम्वत 2069 विश्वावसुनाम संवत्सर शाके 1834 प्रथम भाद्रपद मासे कृष्ण पक्षे । दक्षिणायन। वर्षा ऋतु। अमावस्या तिथि रात 9 बज कर 25 मिनट तक उसके बाद प्रतिपदा तिथि आरम्भ । अश्लेशा
शुभ विक्रम संम्वत 2069 विश्वावसुनाम संवत्सर शाके 1834 प्रथम भाद्रपद मासे कृष्ण पक्षे । दक्षिणायन। वर्षा ऋतु। अमावस्या तिथि रात 9 बज कर 25 मिनट तक उसके बाद प्रतिपदा तिथि आरम्भ । अश्लेशा
नक्षत्र शाम 7 बजकर 28 मिनट तक । वरियान योग शाम 5 बजकर 45 मिनट तक | चतु. करण सुबह 9 बज कर 50 मिनट तक । चन्द्रमा कर्क राशी शाम ७ बज कर २८ मिनट तक उसके बाद सिंह राशी मे संचार करेगा।
प्रमुख व्रत पर्व - आज ही देवपित्र कार्य अमावस्या , पिठोरी व् कुशग्रह्नी अमावस्या ।
सूर्योदय - 06 बजकर 02 मिनट प्रात:, सूर्यास्त - 07 बजकर 1 मिनट
राहुकाल – सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक
यात्रा – शुक्रवार गुरुवार को पश्चिम दिशा की और यात्रा मे दिशा शूल होता है.अर्थात इस दिन इन दिशायो की और यात्रा नहीं करनी चाहिए| अगर यात्रा करनी आवश्यक हो तो आज के दिन जो खा कर कर यात्रा पर निकलना दिशा शूल दोष को ख़त्म करता है.और आपकी यात्रा बिना किसी विघ्न के पूर्ण हो जाती है
सौजन्य - पंडित मुकेश शास्त्री, राज ज्यो पंडित मदन लाल शास्त्री स्मृति ज्योतिष केंद्र, जयपुर।mobile no...09602500110
प्रमुख व्रत पर्व - आज ही देवपित्र कार्य अमावस्या , पिठोरी व् कुशग्रह्नी अमावस्या ।
सूर्योदय - 06 बजकर 02 मिनट प्रात:, सूर्यास्त - 07 बजकर 1 मिनट
राहुकाल – सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक
यात्रा – शुक्रवार गुरुवार को पश्चिम दिशा की और यात्रा मे दिशा शूल होता है.अर्थात इस दिन इन दिशायो की और यात्रा नहीं करनी चाहिए| अगर यात्रा करनी आवश्यक हो तो आज के दिन जो खा कर कर यात्रा पर निकलना दिशा शूल दोष को ख़त्म करता है.और आपकी यात्रा बिना किसी विघ्न के पूर्ण हो जाती है
सौजन्य - पंडित मुकेश शास्त्री, राज ज्यो पंडित मदन लाल शास्त्री स्मृति ज्योतिष केंद्र, जयपुर।mobile no...09602500110
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