" क्या बेटियां पराई होती हैं ???????? "
आदतन ही सही, लेकिन अक्सर बेटियों को अपने ही पैरंट्स के मुंह से यह सुनने को मिल जाता है कि... भई दूसरे की अमानत है... या... बेटियां तो पराई होती हैं... मेहमान होती हैं वगैरह-वगैरह। सुनकर कैसा लगता है, हर बेटी जानती है। कभी-कभी ममी की झिड़की में भी यह उलाहना होता है कि कुछ काम-काज सीख ले, दूसरे घर जाएगी तो लोग क्या कहेंगे? बेटी बहू बनकर ससुराल पहुंची तो वहां भी उसका पहला इंट्रोडक्शन कुछ ऐसे होता है, देखो, अब तुम इस घर... खानदान की बहू हो। मतलब यहां भी वही आइडेंटिटी क्राइसिस, ना वो घर मेरा था, ना यह घर मेरा है।
क्या आप इससे सहमत हैं ? क्या सच में बेटी पराई होती है ?
आदतन ही सही, लेकिन अक्सर बेटियों को अपने ही पैरंट्स के मुंह से यह सुनने को मिल जाता है कि... भई दूसरे की अमानत है... या... बेटियां तो पराई होती हैं... मेहमान होती हैं वगैरह-वगैरह। सुनकर कैसा लगता है, हर बेटी जानती है। कभी-कभी ममी की झिड़की में भी यह उलाहना होता है कि कुछ काम-काज सीख ले, दूसरे घर जाएगी तो लोग क्या कहेंगे? बेटी बहू बनकर ससुराल पहुंची तो वहां भी उसका पहला इंट्रोडक्शन कुछ ऐसे होता है, देखो, अब तुम इस घर... खानदान की बहू हो। मतलब यहां भी वही आइडेंटिटी क्राइसिस, ना वो घर मेरा था, ना यह घर मेरा है।
क्या आप इससे सहमत हैं ? क्या सच में बेटी पराई होती है ?
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